
पारिभाषिक, अर्द्धपारिभाषिक, सामान्य शब्द - प्रयोग के आधार पर शब्दों के प्रकार || Paribhashik, Arddh paribhashik, Simple words
भावों की अभिव्यक्ति के लिए वाक्यों का प्रयोग किया जाता है। ये वाक्य शब्दों से निर्मित होते हैं। इन्हीं शब्दों का प्रयोग जब अपने भाव की अभिव्यक्ति के लिए होता है तो प्रयोग के आधार पर शब्दों को तीन वर्गों में बँट जाते हैं।
1. पारिभाषिक शब्द
2. अर्द्धपारिभाषिक शब्द
3. सामान्य शब्द
1. पारिभाषिक शब्द - ऐसे शब्द जिनकी एक सुनिश्चित परिभाषा हो तथा इनका प्रयोग किसी विशिष्ट विषय या क्षेत्र में विशेष अर्थ हेतु किया जाए तो इन्हें पारिभाषिक शब्द कहा जाता है।
उदाहरण - शिक्षा, मुद्रा, मुद्रा स्फीति, अवमूल्यन, मांग, लाभांश, नौकरशाही, सामंत, स्थानांतरण, धर्मान्तरण, प्राधिकार, उत्क्रमित, लेखा-परीक्षा, इतिहास, भूगोल, विज्ञान आदि। उक्त सभी शब्द पारिभाषिक शब्द की श्रेणी में आते हैं क्योंकि ये एक विशिष्ट अर्थ एवं विषय क्षेत्र में प्रयोग किए जाते हैं। वाक्यों के रूप में नीचे उदाहरण देखें। जैसे -
(i) शिक्षा - शासन शिक्षा क्षेत्र में समय-समय पर आवश्यक कदम उठाती है।
(ii) धर्मांतरण - जबरन धर्मांतरण पर रोक लगना चाहिए।
(iii) नौकरशाही - लोकतन्त्र पर जब नौकरशाही हावी हो जाये तो आमजन काफी परेशानियों को भोगते हैं।
2. अर्द्धपारिभाषिक शब्द - उन शब्दों को अर्द्धपारिभाषिक शब्दों की श्रेणी में रखा जाता है जो कभी पारिभाषिक तो कभी सामान्य अर्थ में प्रयुक्त होते हैं।
उदाहरण - मन, माल, माया, कर्म, क्रिया, धातु, रस, मिश्रण, द्रव्य, भार, गति, चाल, घर्षण, संज्ञा आदि अर्द्ध पारिभाषिक शब्द के उदाहरण हैं।
नीचे 'मन' शब्द का वाक्यों में प्रयोग के 3 उदाहरण देखें। जैसे -
(i) मेरा मन जबेली खाने का कर रहा है।
(ii) मन मार के भी क्या जीना।
(iii) राम कथा श्रवण से मन की तृप्ति होती है।
उक्त तीनों वाक्यों में से ऊपर के 2 वाक्य 'मन' शब्द का आशय इच्छा से है जो सामान्य अर्थों को प्रकट करते हैं। किंतु तीसरे वाक्य में 'मन' पारिभाषिक शब्द के रूप में प्रयुक्त हुआ है। यहाँ मन से आशय ह्रदय या आत्मिक इच्छा से है।
इसी तरह 'माल' शब्द के 3 उदाहरण देखें-
(i) आप तो काफी माल मार रहे हैं।
(ii) वह आजकल तर माल उड़ा रहा है।
(iii) वैश्विक आर्थिक मंदी के कारण बाजार में पड़े माल सड़ रहे हैं।
उपर्युक्त तीनों वाक्यों में 'माल' शब्द का तीन अर्थों में प्रयोग हुआ है। प्रथम और द्वितीय वाक्यों में प्रयुक्त 'माल' शब्द सामान्य अर्थ- 'धन' और 'स्वादिष्ट भोजन' देते हैं। किन्तु तृतीय वाक्य में प्रयुक्त 'माल' शब्द अर्थशास्त्र का पारिभाषिक शब्द है। जिसका अर्थ है- 'विनिमय मूल्य' और "उपयोग मूल्य से युक्त ऐसी वस्तु या सेवा जो बिक्री हेतु बाजार में सक्रिय हों।"
3. सामान्य शब्द - आम बोलचाल के शब्द, जो पारिभाषिक अर्थ में प्रयुक्त नहीं होते, सामान्य शब्द कहलाते हैं। जैसे- गाय, घर, आँगन, घड़ा, मकान, पौधा, पानी, कहानी, मेज, खिड़की, पाठशाला, झाड़ू, सड़क, नदी, झरना आदि। इन शब्दों का सामान्य अर्थों में प्रयोग होता है। नीचे वाक्य देखें-
(i) इस सड़क पर गड्ढे नहीं हैं।
(ii) गाय दूध देती है।
(iii) बच्चे पाठशाला जा रहे हैं।
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आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।
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R. F. Tembhre
(Teacher)
rfhindi.com
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